Uttarakhand-जोशीमठ को लेकर एनडीएमए ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी अंतरिम रिपोर्ट

उत्तराखंड राज्य के जोशीमठ में चल रहे भूमि कटाव को लेकर एनडीएमए ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है और अब इस पर मंथन चल रहा है तथा मंत्रालय से अनुमोदित होने के बाद एनडीएमए इसे राज्य सरकार को भी भेज देगा। इसमें जोशीमठ में तात्कालिक, मध्यावधि और दीर्घकालीन उपायों के संबंध में भी सुझाव दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक जोशीमठ की समस्या के पीछे क्या ठोस कारण रहे इसे लेकर वैज्ञानिकों की अंतरिम रिपोर्ट मिलने के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी और संस्थाओं को आंकड़ों का परीक्षण करने के मद्देनजर 3 माह का समय दिया गया है। इसके अलावा बद्रीनाथ यात्रा शुरू होने से पहले जोशीमठ में व्यवस्था चाक चौबंद करने का सुझाव भी दिया जा सकता है। जोशीमठ बीते 2 जनवरी से भवनों में दरारें और भूमि कटाव की मार झेल रहा है जिसे लेकर विभिन्न संस्थाओं द्वारा वहां पर निरीक्षण किया जा रहा था और अब राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा गृह मंत्रालय को जोशीमठ शहर के संबंध में अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी गई है। एनडीएमए की अंतरिम रिपोर्ट में जोशीमठ के आपदाग्रस्त क्षेत्र में कहां-कहां क्या कार्य किए जाने हैं इसका उल्लेख किया गया है और इसके तात्कालिक तौर पर प्रभावितों का पुनर्वास और मध्यावधि योजना में पुनर्वास स्थलों में तेजी से कार्य, सरकारी व निजी भवनों की रिट्रोफिटिंग जैसे कार्य शामिल हैं। बता दें कि बीते 10 फरवरी को प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर ने एनडीएमए के साथ केंद्र व राज्य के अधिकारियों के साथ भी समीक्षा की जिसके बाद यह तय किया गया कि वैज्ञानिक संस्थाओं की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर एनडीएमए अपनी रिपोर्ट तैयार करके पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुमोदित कराएगा और उसके बाद राज्य सरकार को भेजेगा तथा इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एनडीएमए ने अपनी रिपोर्ट भेज दी है।