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उत्तराखंड राज्य के नैनीताल में पटाखों के धुएं ने वातावरण में काफी जहर घोल दिया है। बता दे कि यहां प्रदूषण ही प्रदूषण छाया हुआ है।
दीपावली के दूसरे दिन ब्लैक कार्बन की मात्रा में 6 से 7 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है और आसमान में ओजोन की मात्रा में लगभग आधी कमी आ गई है। आर्यभट्ट प्रेषण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वरिष्ठ वायुमंडलीय वैज्ञानिक डॉक्टर मनीष नाजा के अनुसार इस वर्ष दीपावली पर पटाखों से वातावरण बुरी तरह प्रभावित हुआ है और वायु प्रदूषण में काफी वृद्धि भी दर्ज की गई है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ब्लैक कार्बन की मात्रा भी काफी बढ़ चुकी हैं। वातावरण में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ने से ओजोन लेयर को क्षति पहुंची है तथा ओजोन की मात्रा 40 से 50 पार्ट पर बिलियन होती हैं जो कि घटकर 20 से 25 पार्ट पर बिलियन रह चुकी है। बता दे कि ओजोन के लिए नाइट्रोजन डाइऑक्साइड काफी खतरनाक होती हैं इसलिए नैनीताल में हवा जहरीली हो चुकी है।
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