
उत्तराखंड राज्य में गंगा घाट पर सभी पहलवान अपने पदक विसर्जन करने के लिए आ रहे थे और हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने उन्हें पदक विसर्जन करने की अनुमति देने से मना कर दिया है। बता दे कि जंतर- मंतर में धरना प्रदर्शन करने वाले पहलवानों को यहां पर पदक विसर्जन करने की अनुमति नहीं मिली है। सभा का कहना है कि यह सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह पहलवानों को ऐसा करने से रोके। उनका कहना था कि गंगा घाटों पर शाम 5:00 बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो जाती है और जो कि लगभग 8:00 तक बनी रहती है इस समय गंगा आरती होती है और ऐसे में पहलवानों को पदक विसर्जित करने से रोका जाए। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि हर की पौड़ी गंगा आरती और अस्थि विसर्जन का क्षेत्र है ना कि पदक विसर्जन का और श्री गंगा सभा ऐसे किसी भी कृत्य का विरोध करती है, निंदा करती है और बहिष्कार करती है। इस तरह यहां पर पहलवानों को पदक विसर्जित करने की अनुमति नहीं दी गई है।
