राजस्थान अजमेर। बीते कुछ दिनों पहले अजमेर के एक गांव के जंगल में एक युवक की लाश मिली जिसके बाद पुलिस द्वारा की गई छानबीन के तहत इस हत्या का खुलासा हुआ। दरअसल यह लाश अजमेर के मेवदा गांव निवासी देवराज गुर्जर की थी जिसे उसके ही चचेरे भाई धनराज गुर्जर ने मार दिया। धनराज गुर्जर देवराज गुर्जर का चचेरा भाई था। तथा वह मन ही मन अपनी भाभी यानी कि देवराज गुर्जर की पत्नी से प्यार करने लगा था और इसलिए उसने देवराज गुर्जर को मारकर उसकी पत्नी से शादी करने का मन बनाया और उसकी सारी संपत्ति हड़पने का मन बनाया।
जिसके बाद वह अपने भाई देवराज गुर्जर को लकड़ी काटने के बहाने जंगल में ले गया और वहां उसे खूब शराब पिलाई और उसके बाद कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया जिसके बाद देवराज गुर्जर की मौत हो गई। इतना ही नहीं बल्कि धनराज गुर्जर ने गांव आकर देवराज के लापता होने की नौटंकी भी की और खुद ही यह मामला पुलिस में दर्ज करवाया। पुलिस को धनराज गुर्जर पर पहले से ही शक था तथा बाद में उन्होंने उसे पकड़ लिया तथा गिरफ्तार होने के बाद यह सारी बातें धनराज गुर्जर ने अपने बयान में बताई। उसने बताया कि वह अपने भाभी से प्यार करने लगा था और उससे शादी करना चाहता था तथा वह देवराज गुर्जर की संपत्ति पर भी अधिकार करना चाहता था इसलिए उसने उसे मौत के घाट उतारा। देवराज गुर्जर की लाश पुलिस को कुछ दिनों पहले जंगल में मिल गई थी लेकिन इस मामले का खुलासा अब जाकर हो पाया है।