
वर्तमान में यूक्रेन के 2 बड़े शहरों कीव और खारकिव में रूस के मिसाइल अटैक ने तबाही मचा रखी है। तथा इस बीच जो भी अन्य देशों के छात्र वहां पर फंसे हैं वे जल्द से जल्द वहां से निकलना चाहते हैं तथा इसी दौरान देहरादून के जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर डी पी जोशी के बेटे अक्षत भी ख़ारकिव में ही फंसे हुए थे मगर बीते मंगलवार को वे अपने 10 भारतीय साथियों के साथ खार्कीव से निकल गए और अभी तक वहां से निकलने के बाद उनका संपर्क नेटवर्क प्रॉब्लम के कारण उनके माता-पिता से नहीं हो पाया है। इस कारण माता-पिता काफी चिंता में है और बेटे की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। दरअसल यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों के स्वजनों की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच एक भारतीय छात्र अपनी जान गवा चुका है। इसके बाद अब अक्षत से संपर्क ना होने के कारण उनके माता-पिता का काफी चिंता में है कि आखिर उनके बेटे से उनकी बात क्यों नहीं हो पा रही है।
