देहरादून| आपदा ग्रसित जोशीमठ में भू-धंसाव और बढ़ गया है| वहीं नरसिंह मंदिर मार्ग पर नया पानी का स्रोत फूट पड़ा है|
अब राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की रिपोर्ट को केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश का इंतजार है| मंत्रालय के अनुमोदन के बाद एनडीएमए इसे राज्य सरकार को भेजेगा| जिस आधार पर जोशीमठ शहर का सुरक्षित व असुरक्षित श्रेणी में वर्गीकरण, प्रभावित क्षेत्र का उपचार और प्रभावितों के पुनर्वास जैसे विषयों पर सरकार तेजी से कदम बढ़ाएगी| इस रिपोर्ट का राज्य सरकार को भी इंतजार है|
एनडीएमए से प्राप्त होने वाली रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होगी| इससे जोशीमठ बचाने की दिशा और दशा तय होगी| साथ ही इसके आधार पर सरकार की ओर से केंद्र को भेजे जाने वाले जोशीमठ राहत पैकेज का आकार भी तय होगा|
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि एनडीएमए की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है| बता दें कि जोशीमठ की दुर्दशा और भवनों में दरारें पड़ने के कारण की जांच के लिए 8 वैज्ञानिक संस्थान अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट पिछले माह के आखिरी में एनडीएमए को सौंप चुके हैं|