अल्मोड़ा के नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का सफल संचालन खतरे में दिखाई दे रहा है। सरकार ने बीते अक्टूबर माह में नेशनल मेडिकल काउंसलिंग के निरीक्षण में नए सत्र में कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की थी मगर डॉक्टर्स की कमी के कारण सरकार की घोषणा फीकी नजर आ रही है। मेडिकल कॉलेज में अभी तक सिर्फ 25 डॉक्टरों ने ही शत प्रतिशत कार्यभार संभाल रखा था मगर अब उनमें से भी दो डॉक्टरों की संख्या कम हो गई है।
मेडिकल कॉलेज में अक्टूबर माह से नए सत्र की कक्षाओं का संचालन किया जाना था जिसके लिए कॉलेज प्रशासन समेत महानिदेशक कार्यालय के डॉक्टर्स ने भी यहां पर डेरा डाल रखा था।अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के लिए हल्द्वानी से सुशीला तिवारी हॉस्पिटल और अन्य मेडिकल कॉलेजों से भी डॉक्टर यहां तैनात किए गए थे तथा यहां पर डॉक्टरों की संख्या 47 तक पहुंच भी गई थी मगर वर्तमान में यह संख्या घटती जा रही है जिसके कारण कॉलेज के सफल संचालन के मार्ग में काफी बाधाएं उत्पन्न हो रही है।