2 जिलों में चार बड़ी घटनाओं से कुमाऊं हुआ शर्मसार

अल्मोड़ा| आज भी जाति से बाहर शादी करना चुनौती बन रहा है| जातिगत समस्याओं को दूर करने के लिए कई संगठन जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं| आधुनिकता के दौर में युवाओं के सोचने का तरीका भी बदल गया है| लेकिन दूसरी जाति में शादी करना आज भी चुनौती बना हुआ है| करीब आठ-दस महीने के भीतर कुमाऊं में जात-पात से जुड़ी चार बड़ी घटनाओं ने शर्मसार किया है| 2 जिलों के यह चार मामले चर्चा का विषय रहे हैं|


पहला मामला पिछले साल नवंबर में चंपावत जिले के देवीधुरा क्षेत्र में सामने आया था| आरोप था कि कुछ सवर्णों के विवाह समारोह में भोजन निकालने पर एक दलित टेलर की हत्या कर दी| भीम आर्मी प्रमुख ने भी इसे लेकर चंपावत में जनसभा की थी| इस मामले में भी हत्या और एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था| हालांकि जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाए|
इसी दौरान चंपावत जिले के जीआईसी सूखीगढ़ में भी दलित भोजन माता के हाथ से बनी भोजन का सवर्ण बच्चों द्वारा बहिष्कार करने का मामला भी सुर्खियों में रहा|
इधर इसी साल मई में सल्ट क्षेत्र के दलित दूल्हे को घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश का मामला भी सामने आया| पुलिस ने कई लोगों पर संगीन धाराओं से मुकदमा दर्ज किया है|
चौथा मामला सवर्ण युवती से दलित युवक के विवाह पर हत्या का है|