करवा चौथ से ना सिर्फ चांद रोशन हो रहा है बल्कि बाजारों में भी रौनक आ रही है व लोगों ने घरों में भी करवा चौथ की तैयारियां शुरू कर दी हैं महिलाएं बाजार से करवा चौथ में उपयोग होने वाली सामग्री खरीद कर ला रही हैं करवा चौथ में हर सामग्री का अपना एक अलग ही महत्व होता है जैसे करवा मिट्टी का एक छोटा सा बर्तन होता है जिससे गणेश जी को अर्घ्य दिया जाता है व व्रत लेने वाली महिलाएं इसी से पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं इसके बिना व्रत का कोई महत्व नहीं होता करवा चौथ में छलनी पर दीया रखकर चांद की पूजा की जाती है.
यह माना जाता है कि प्रकाश में भगवान बसते हैं तथा भगवान हर जगह अपने ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं इसी तथ्य को ध्यान में रखकर करवा चौथ की पूजा दिये से की जाती हैं तथा इस दिन मां करवा की पूजा की जाती है सभी सुहागन औरतें दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं व शाम को चांद निकलने के बाद पूरी विधि विधान से चांद की पूजा करने के पश्चात ही अपना व्रत खोलती हैं इस व्रत से पति की आयु में वृद्धि होती है तथा घर में समृद्धि सुख शांति मिलती है इसी वजह से सुहागन औरतें अपने अपने पति की लंबी उम्र तथा घर में सुख शांति के लिए यह व्रत रखती हैं।