
देहरादून| गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों के अनिवार्य रिटायरमेंट के लिए शिक्षा विभाग ने काम शुरू कर दिया है| 20 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को रिटायर करने के मानक पर शिक्षा विभाग शिक्षकों के लिए फार्मूला तैयार कर रहा है| 20 साल की सेवा के बाद के वर्षों को आधार मानते हुए रिटायरमेंट के लिए पात्र शिक्षकों की सूची तैयार होगी|
शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि रिटायरमेंट की प्रक्रिया के लिए सभी पहलुओं का अध्ययन कर सर्वसम्मत नीति बनाई जाएगी| इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा|
इस मामले में जुहा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर सिंह पुंडीर का कहना है कि रिटायरमेंट की नीति पारदर्शी होनी चाहिए| जो शिक्षक बीमारी की वजह से बेहद प्रभावित हो उन्हें रिटायरमेंट देने में बुराई नहीं है, लेकिन उनके सभी वित्तीय लाभ उन्हें हर हाल में मिलने चाहिए| राजकीय शिक्षक संघ के निवर्तमान अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी ने कहा कि यदि कोई शिक्षक पूरी तरह से ही अक्षम हो गया तब ही उसके रिटायरमेंट पर विचार किया जाए|


