दरोगा भर्ती :- फर्जी दस्तावेजों के साथ ली गई इमानदारी की शपथ, पढ़ें पूरी खबर

देहरादून| 2015 में हुए दरोगा भर्ती घोटाले ने न केवल युवाओं के साथ हुए धोखे को उजागर किया है बल्कि लोगों में पुलिस के मित्र पुलिस होने के भरोसे को भी चोट पहुंचाई है।


प्रदेश में हुई दरोगा भर्ती में आरोपित दरोगाओं ने कहने को तो ईमानदारी और निष्ठा से ड्यूटी करने की शपथ ली। मगर किसे पता था कि उस शपथ का आधार भी फर्जी दस्तावेज थे।
दरअसल इस भर्ती घोटाले से सामने निकल कर आ रहे तथ्यों ने एक बेचैनी सी बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि निलंबित किए गए 20 दरोगाओं में से कई की दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट भी जाली है और इस संबंध में सबूत भी मिले हैं। फिलहाल मामले की तफ्तीश विजिलेंस विभाग कर रहा है।