देश में बढ़ती महंगाई के बीच एक और बुरी खबर सामने आ रही है अब पेट्रोल, डीजल, एलपीजी सिलेंडरों, खाने पीने की चीजों के साथ इलाज कराना भी महंगा होगा| प्राइवेट अस्पताल अब इलाज के खर्चों में वृद्धि करने का मूड बना रहे है|
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल से अस्पतालों में ट्रीटमेंट अधिक महंगा होने की संभावना है क्योंकि अपोलो और फोर्टिस सहित कई प्रमुख हॉस्पिटल बढ़ती लागतो के बीच ट्रीटमेंट दरों में 5 से 10% तक वृद्धि कर सकते हैं| बड़ी बात यह है कि अस्पताल नगद भुगतान देने वालों के लिए कीमतें बढ़ाने पर विचार कर रही है|
अपोलो हॉस्पिटल ने यह भी कहा है कि कीमतें बढ़ाने के विकल्प का मूल्यांकन किया जा रहा है| अपोलो हॉस्पिटल के मुख्य वित्तीय अधिकारी कृष्णन अखिलेश्रन ने कहा है कि स्वच्छता, उपभोक्ता सामग्री, मानव संसाधन और सामान्य मुद्रास्फीति की लागत हमारे मार्जिन को खा रही है, इसी कारण हमें किसी बिंदु पर लागत को पार करना होगा जिसके लिए ट्रीटमेंट रेट को बढ़ाना होगा| 5% की औसत वार्षिक वृद्धि आमतौर पर आदर्श है लेकिन इस बार इसमें थोड़ी वृद्धि हो सकती है| अस्पतालों का कॉस्ट बढ़ सकता है|
बढ़ती महंगाई के साथ यहां बहुत बुरी खबर है क्योंकि कोरोना महामारी के बाद महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है|