भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी नई तकनीक, अब एक ही जांच से पता चल सकेगा इनफ्लुएंजा ए, बी और कोरोना संक्रमण

भारतीय वैज्ञानिकों ने अपने नाम एक बड़ी उपलब्धि की है| अभी तक अमेरिका, चीन, जापान और रुस जैसे देशों के पास भी यह तकनीक मौजूद नहीं है, लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों ने यह तकनीक खोज निकाली है| जिसके जरिए केवल एक ही नमूने से इनफ्लुएंजा ए, बी और कोविड-19 संक्रमण रोगों की पुष्टि हो सकेगी| इससे संबंधित यूरोप में एक तकनीक है लेकिन वह एंटीजन आधारित है, जिसे इलाज के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है|


नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी (एनआईबी) के वैज्ञानिकों ने मल्टीप्लेक्स सिंगल ट्यूब रियल टाइम आरटी पीसीआर तकनीकी खोज की है| इस तकनीक से प्राप्त रिपोर्ट को सबसे बेहतर और गुणवत्ता युक्त माना जाता है| इसकी पुष्टि के आधार पर ही चिकित्सक रोगी का इलाज तय करता है|
बता दें इस तकनीक के जरिए मरीज में पुनः संक्रमण या फिर एक ही मरीज में संक्रमण का पता भी चल सकता है| जल्द ही इसकी किट बाजार में उपलब्ध होगी| इसके जरिए 93 नमूनों की जांच महज एक बार में 45 मिनट में पूरी होगी|
इस किट को 20 डिग्री तापमान पर लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है| इसकी एक्सपायरी अवधि 1 वर्ष की है, हालांकि इसे बढ़ाने के लिए अलग से शोध चल रहा है|