
नई दिल्ली| भारत जल्द ही 200 करोड़ के कोरोना वैक्सीन के डोज लगाने के आंकड़े को छूने वाला है| जो महामारी के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण का बड़ा आंकड़ा है| भारत ने 16 जनवरी 2021 को टीकाकरण अभियान शुरू किया था| देश में कोवैक्सीन और कोविशील्ड समेत अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को कई कंपनियों के वैक्सीन डोज लगाए जा रहे हैं| अभी ज्यादातर लोगों को बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं| किशोरों में अभी कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज दी जा रही है|
बताते चलें कि भारत में 12 से 14 सालों के बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है| जो हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित की गई और 15 से 18 साल के बच्चों को कोवैक्सीन दी जा रही है| इसके बाद 18 से 60 व इससे उसके ऊपर के लोगों को देश में कई कंपनियों की कोरोना वैक्सीन दी जा रह है| इसमें सबसे प्रमुख भारत बायोटेक-आईसीएमआर द्वारा निर्मित कोवैक्सीन और सिरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन है| इसके साथ देश में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतिनिक भी लगाई जा रही है|
बताते चलें कि पिछले दिनों सभी लाभार्थियों के लिए कोरोना वैक्सीन की दूसरी और बूस्टर डोज के बीच के अंतर को 9 से घटाकर 6 महीने कर दिया था| ऐसा टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की सिफारिश के बाद किया गया|
