
देहरादून| बाजार में बिक रहे विभिन्न खाद्य पदार्थ गुणवत्ता की कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए| घी से लेकर खुली मिर्ची, काला चना, डोडा बर्फी और कुट्टू का आटा तक मिलावट से अछूत नहीं है| खाद्य पदार्थों के सैंपलों की प्रयोगशाला जांच में इसका पर्दाफाश हुआ है| खाद्य सुरक्षा आयुक्त राधिका झा के निर्देश पर दून समेत पूरे प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है| इसके तहत थोक विक्रेताओं से लेकर रिटेलर तक के प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर उनको जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब भेजा जा रहा है|
इस क्रम में जांच के लिए लैब भेजे गए जिन खाद्य पदार्थों के सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली उसमें 11 सैंपल फेल मिले हैं| यह खाद्य पदार्थ मानकों पर खरे नहीं उतरे|
विभागीय अधिकारियों ने कहा कि, देहरादून के सेवलाकलां स्थित कक्कड़ एसोसिएट्स से कुट्टू के आटे का सैंपल लिया गया था, जिसको प्रयोगशाला में असुरक्षित श्रेणी में रखा है| साथ ही रामनगर की अनमोल दूध डेयरी से लिए गएघी के सैंपल भी फेल पाए गए और हल्द्वानी के विवेक विहार गोरिया इंटरप्राइजेज से लिए गए नंद कृष्णा घी के सैंपल भी फेल, उत्तरकाशी के मां गंगा जनरल स्टोर से लिए गए हटसन घी के सैंपल भी फेल, खटीमा के कुमाऊं स्वीट एवं रेस्टोरेंट से लिए गए डोडा बर्फी के सैंपल भी फेल पाए गए| काशीपुर के बालाजी डिपार्टमेंट से लिए गए काले चने के सैंपल भी फेल, गदरपुर के उत्कर्ष फूड से लिए गए कुटी मिर्ची के सैंपल भी फेल, उधम सिंह नगर की आर्या एजेंसी की बैम्बिनो बर्मीसेली के सैंपल भी फेल, बागेश्वर के जय श्री डिपार्टमेंटल स्टोर से लिए गए डाबर हनी के सैंपल भी फेल, गरुड़ के कोरंगा जनरल स्टोर से लिए गए निलांस सेवई के सैंपल भी फेल, पिथौरागढ़ के भुवन चंद्र कापड़ी जनरल स्टोर से लिए गए कुट्टू के आटे के सैंपल भी फेल पाए गए|
बताते चलें कि खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने संबंधित जनपदों के अभिहित अधिकारियों को इन सभी 11 प्रतिष्ठान स्वामियों के विरुद्ध न्यायालय में वाद दायर करने के लिए निर्देशित किया है|
