
भारतीय वरिष्ठ पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) आधार कार्ड में महत्वपूर्ण बदलाव करने की तैयारी में लगा है|
मिली जानकारी के मुताबिक, लोगों को 10 साल में आधार अपडेट करना पड़ सकता है|
अभी 5 और 15 वर्ष की आयु के बाद के बच्चों को आधार के लिए अपने बायोमीट्रिक्स को अपडेट या नया कराना आवश्यक है| यूआईडीएआई लोगों को हर 10 साल में एक बार अपनी बायोमीट्रिक्स, जनसांख्यिकीय आदि को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगी|
कोई व्यक्ति जब एक बार एक निश्चित उम्र से अधिक हो जाता है, तो इसकी आवश्यकता नहीं है|
यूआईडीएआई के मुताबिक, मेघालय, नागालैंड और लद्दाख में कुछ फ़ीसदी लोगों की संख्या को छोड़कर देश में करीब सभी वयस्कों का आधार बन चुका है| नागालैंड में एनआरसी मुद्दे के कारण नामांकन देर से शुरू हुआ जबकि मेघालय और लद्दाख में कुछ दूरदराज के इलाकों को कवर किया जाना बाकी है|
बताते चलें कि, यूआईडीएआई के पास 50,000 से ज्यादा नामांकन केंद्र है| जिनमें जल्द ही 1.5 लाख डाकियों को जोड़ने की तैयारी है| ये डाकिये पहले ही आधार कार्ड धारकों के मोबाइल नंबर और पते अपडेट करेंगे| इससे लोगों को घर बैठे आधार नामांकन जैसी सुविधा मिल सकेगी| यूआईडीएआई का कहना है कि यह फर्जीवाड़ा रोकने में मदद करेगा| नागरिक उड्डयन मंत्रालय की डिजीयात्रा योजना को भी यात्रियों के सत्यापन के लिए आधार से जोड़ा जाएगा|

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