झाड़ीनुमा आकर जैसे चित्रक का पौधा कई रोगों को भगाने में पूरी तरह से असरदार हैं। यदि आप या आपके कोई भी परिचित कुष्ठ या अन्य किसी चर्म रोग से परेशान है तो परेशान होने के बजाय चित्रक के पौधे का सहारा लें। यह पौधा रोगी को निरोगी बनाने में काफी मददगार साबित होता है। यह संपूर्ण भारत में पाया जाता है जो कि झाड़ीनुमा आकार का होता है।देश के अलग-अलग हिस्सों में से अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे चित्रा, चित्रावर ,चित्रकमल आदि। इसकी पत्तियां गोल हरे रंग की और आकार में नुकीली होती हैं। और उपचार की दृष्टि से इसके जड़ मूल की छाल को उपयोग में लाया जा सकता है। और यदि इसकी जड़ के पानी को घिसकर सफेद रंग के दाग में लगाया जाए तो जल्द से जल्द यह रोग समाप्त हो जाता है। बता दें कि चित्रक चर्म रोग, कृमि रोग, बवासीर, कैंसर, पांडु रोग आदि के रोगियों के लिए उपयोगी है। बल्कि सांप के काटने पर यदि उसकी जड़ को घिस कर उसका काढ़ा व्यक्ति को पिलाया जाए तो उस पर भी यह लाभदायक होता है।
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