
कोरोना संक्रमण हर व्यक्ति के शरीर पर अलग-अलग तरह से असर कर रहा है इस संक्रमण के कारण हर व्यक्ति को अलग तरह के लक्षण महसूस होते हैं जैसे किसी को बुखार सर्दी जुकाम गले में दर्द और थकावट होती है तो किसी को पेट संबंधी समस्याएं आती हैं। रिसर्च के अनुसार कोरोना वायरस से बनने वाला वायरस एंजियोटेंसिन कन्वर्टिंग एंजाइम टू के तहत कोशिका की सतह के रिसेप्टर्स के माध्यम से पाचन तंत्र में प्रवेश करता है जिसके बाद मनुष्य को पेट से संबंधित कई समस्याएं होती हैं पेट की बीमारी के लक्षण कोरोना के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट्स के दौरान भी देखें गए हैं। कोरोना के बाद पेट संबंधी कुछ समस्याओं का सामना मनुष्य को करना पड़ता है जैसे:- दस्त। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि जिनमें कोविड के हल्के मामले है उनमें पाचन संबंधी एवं श्वसन संबंधी लक्षण मौजूद थे इस अध्ययन के दौरान 206 रोगियों की जांच की गई जिस्म से और 40 रोगियों में केवल पाचन और 69 रोगियों में पाचन के साथ श्वसन के लक्षण भी थे और मनुष्य का दूसरा लक्षण पेट दर्द होना है। कोरोना के दौरान कई लोगों ने तेज पेट में दर्द और सूजन की शिकायत भी की है। यही नहीं बल्कि भूख ना लगना भी इसका एक अन्य कारण है कोविड के कई संक्रमित मरीज भूख कम लगने की शिकायत करते हैं बीजिंग अध्ययन के अनुसार लगभग 39.9 से 50.2 प्रतिशत लोगों ने भूख ना लगने का अनुभव किया है और अन्य अध्ययनों में भी यह बात सामने आई है कि कोविड संक्रमित व्यक्ति की भूख कम हो जाती है जिसके कारण उसे भोजन करने का मन नहीं करता।
