
उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पड़ोस में रहने वाली ज्योति के परिवार को आरोपित ने 70 लख रुपए की चपत लगा दी। बता दें कि आरोपित ने कभी खुद को जिलाधिकारी बताया तो कभी समीक्षा अधिकारी तथा इस दौरान युवती के परिवार से लाखों रुपए ले लिए। मामला खन्नानगर कॉलोनी का है आरोपित ने युवती को पहले लोक निर्माण विभाग में निरीक्षण अधिकारी और फिर एसडीएम बनवाने का झांसा देकर मकान और गहने हड़प लिए। बता दे कि आरोपित के पिता ने तीन दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी और पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक चेतना अरोड़ा निवासी गली नंबर 2 खन्नानगर ने तहरीर देते हुए बताया कि बीएससी पास करने के बाद वह नौकरी तलाश रही थी और उसके पड़ोस में रहने वाले निहार से उसकी मुलाकात हुई जिसकी गाड़ी पर उत्तराखंड सरकार की नेम प्लेट लगी हुई थी। निहार ने खुद को जिला अधिकारी बताया और कहा कि वह उसकी नौकरी निरीक्षण अधिकारी के पद पर लोक निर्माण विभाग में लगवा देगा इसकी एवज में उसने 65 लख रुपए की डिमांड की। शुरू में डेढ़ लाख की रकम चेतना की मां नीलम अरोड़ा ने उसे दे दी बाद में निहार ने कहा कि पद भर चुके हैं इसलिए वह एसडीएम पद पर नौकरी दिला देगा इसके लिए उसने 70 लाख रुपए मांगे और मकान बिकाकर पैसे देने के लिए कहा। 23 अगस्त को लिखा पड़ी करते हुए मकान बिक गया और बैंक के दो चेक उसके भाई को दे दिए बाद में पता चला कि दोनों चेक फर्जी हैं बता दे कि निहार ने अपने साथियों के साथ मिलकर षड्यंत्र कर पैसे और मकान हड़प लिया तथा रकम वापस मांगने पर उसने युवती तथा उसके परिवार को हत्या की धमकी दी। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है और जल्द ही मामले में आगे की कार्यवाही की जाएगी।
