उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं की जनता को जेनेरिक दवाइयो का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बता दे कि जेनेरिक दवाइयो का प्रचार तो खूब किया जा रहा है लेकिन उस लिहाज से आमजन को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिसका कारण डिस्ट्रीब्यूटर का कंपनी से विवाद बताया जा रहा है इसकी वजह से अधिकृत डिस्ट्रीब्यूटर 2 वर्ष से जन औषधि केंद्रों में दवाइयां उपलब्ध कराने में असमर्थ है और केंद्र संचालक भी इसी कारण परेशान है। इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई है लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई है। कुमाऊं के 6 जिलों में 99 जन औषधि केंद्र संचालित है कुछ केंद्र सीधे कंपनी की ओर से चलते हैं और कुछ गैर सरकारी संस्थाओं व रेड क्रॉस सोसाइटी के अधीन है। दवाइयो की आपूर्ति पिछले कई वर्षों से वर्टेक्स ही कर रहा था लेकिन 2 वर्ष से इस वितरक ने दवाइयो की आपूर्ति बंद कर दी है यही कारण है कि जन औषधि केंद्रों को देहरादून, दिल्ली समेत अन्य शहरों से दवाइयां मंगानी पड़ रही है और दूसरे शहरों से दवाइयां मंगाने के कारण दवाइयां समय पर नहीं मिल पा रही है इसलिए मरीज को भी यह दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही है। बता दें कि जेनेरिक दवाइयो की आपूर्ति प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि या परियोजना के तहत संचालित जन औषधि केंद्रों में पीएमबीआई करता है और इनकी आपूर्ति न होने से कई केंद्र अन्य कंपनियों की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करा रहे हैं। फिलहाल डिस्ट्रीब्यूटर से विवाद होने के चलते कुमाऊं में आमजन को जेनेरिक दवाइयां का लाभ बेहद ही कम मात्रा में मिल पा रहा है।