
70 साल पुराने अतिक्रमण को लेकर बीते शनिवार की दोपहर से ही काफी हंगामा चल रहा था। बता दें कि सुभाष नगर के अजंता तिराहे पर 70 साल पुराना अतिक्रमण हटाने को लेकर काफी बहस हुई। मंदिर परिसर से जुड़ी भूमि पर एक मुस्लिम परिवार रह रहा था ऐसे में नगर निगम की कार्यवाही रुकने पर हिंदूवादी संगठन भी एकजुट हो गए और मामला बढ़ने लगा जिसे देखकर नगर आयुक्त, सीटी मजिस्ट्रेट तथा थानों की पुलिस फोर्स भी मौके पर आ गई इसके बाद विधायक सुमित हृदयेश भी वार्ता हेतु पहुंच गए। जानकारी के मुताबिक 1932 में सुभाष नगर में मुख्य मार्ग पर स्थित श्री हनुमत सेवा सदन आश्रम की स्थापना हुई थी। मंदिर में लोग पूजा अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान के लिए पहुंचते हैं इसके अलावा यहां परिसर के बाहर की तरफ टीन शेड नुमा मकान में जाहिर बख्श का परिवार रहता है
इनका कहना था कि करीब 70 साल पहले पिता नूर बख्श ने यहां रहना शुरू किया था और परिवार ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने यह जमीन एक महिला से खरीदी थी 2017 में यह मामला न्यायालय में पहुंच गया था जहां से एक बार बक्श परिवार को स्टे भी मिला मगर नगर निगम का कहना है कि 2022 में स्टे आर्डर खारिज हो गया था और अक्टूबर 2023 में परिवार को नोटिस देकर जगह खाली करने के लिए कहा गया था। बीते शनिवार को इस मामले में घंटो तक विवाद चला। मौके पर विधायक समेत पुलिस फोर्स भी पहुंच गई लेकिन निगम प्रबंधन ने कार्यवाही को वैध बताते हुए दस्तावेज दिखा दिए इसके बाद यह 70 साल पुराना अतिक्रमण समाप्त किया गया।


