पीएचडी छात्रों व शोधार्थियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है| शिक्षा मंत्रालय ने रिसर्च के लिए मिलने वाली फेलोशिप की राशि को बढ़ा दिया है| जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ), सीनियर रिसर्च फैलोशिप (एसआरएफ) तथा रिसर्च एसोसिएट्स का स्टाइपेंड बढ़ा दिया है|
जेआरएफ का स्टाइपेंड 19% और एसआरएफ का स्टाइपेंड 20% बढ़ाया गया है| जेआरएफ की राशि 31000 से 37000 रुपये कर दी गई है, जबकि एसआरएफ की राशि 35000 से 42000 रुपये कर दी गई है| वहीं, रिसर्च एसोसिएट्स-1 का स्टाइपेंड 47000 से बढ़कर 58000 रुपये, रिसर्च एसोसिएट्स-2 का स्टाइपेंड 49,000 से 61000 रुपये और रिसर्च एसोसिएट्स-3 का स्टाइपेंड 54000 से बढ़कर 67000 रुपये कर दिया गया है|
बता दें, 2022 में ही शोधार्थी स्टाइपेंड बढ़ने की मांग कर रहे थे| शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा हुआ स्टाइपेंड 1 जनवरी 2023 से प्रभावित कर दिया गया है|
दरअसल जो छात्र नेट, जेआरएफ की परीक्षा पास करते हैं और पीएचडी में शोध के लिए एनरोल्ड होते हैं, उन्हें धनराशि प्रदान की जाती है| यह विज्ञान के साथ दूसरे विषयों में भी शोध के लिए मिलती है| विज्ञान के छात्रों के लिए काउंसिल फॉर साइंटिफिक इंडस्ट्रीज रिसर्च के तहत भी फैलोशिप दी जाती है| इसके लिए अलग से आवेदन होता है| रिसर्च एसोसिएट को समय-समय पर मिलने वाले प्रोजेक्ट की समय सीमा होती है, इस दौरान उन्हें स्टाइपेंड की राशि मिलती है|