एक जुलाई से राजकीय महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन माध्यम से होगी पढ़ाई

1 जुलाई से उत्तराखंड के राजकीय महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में शुरू हो रहे नए शिक्षा सत्र से ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई होगी|


अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशांत आर्य के अनुसार, नई शिक्षा नीति के तहत एक सेमेस्टर के लिए 90 दिन की पढ़ाई अनिवार्य है| राज्य के पर्वतीय जिलों में छात्र सुबह महाविद्यालय जाते हैं, लेकिन घर जाते हुए वाहन नहीं मिलेगा, यह सोचकर शाम को जल्दी घर के लिए निकल जाते हैं| नई शिक्षा नीति में भी कहा गया है कि 40% कोर्स ऑनलाइन किया जाएगा| महाविद्यालयों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई होगी| इसके लिए छात्र-छात्राओं को विकल्प दिया जाए कि वह किस माध्यम से पढ़ना चाहते हैं| इसकी शुरुआत 1 जुलाई से कर दी जाएगी|


बता दें, सरकार की ओर से राज्य के सभी राजकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को टैबलेट दिए गए हैं| जिससे ऑनलाइन पढ़ाई में आसानी होगी, हालांकि नए छात्रों के पास टेबलेट नहीं है| ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई में इन छात्र-छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा|