विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने जुम्मे की नमाज की छुट्टी को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है| उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में नमाज की छुट्टी का कोई आदेश, अधिसूचना दिखा दे तो मैं उसी वक्त राजनीति से संयास ले लूंगा| और यदि भाजपा ऐसा कुछ प्रमाणित नहीं कर पाती है तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अपनी गलतबयानी को लेकर सार्वजनिक रूप से खेद जताना होगा|
रावत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने डेनिश शराब को लेकर कई दुष्प्रचार किए| रावत ने सोशल मीडिया के जरिए भाजपा और अमित शाह से कई गंभीर प्रश्न पूछे| आगे रावत ने कहा कि अगर अमित शाह का आदेश होगा तो मैं कहीं भी किसी भी शो में आमने-सामने इन मामलों में बहस के लिए तैयार हूं| मुझसे जो भी सवाल किए जाएंगे मैं उनका जवाब दूंगा और कांग्रेस द्वारा किए गए कार्यों का वर्णन करूंगा|
लेकिन अमित शाह जी से मैं यह नहीं कहूंगा कि आपने यह क्यों किया यह क्यों नहीं किया, क्योंकि अपने से बड़े प्रतिष्ठित व्यक्ति से सवाल करना मेरी समझ में नहीं है|डेनिश शराब के बारे में रावत ने कहा कि डेनिस शराब हमारे समय में प्रचलन में थी जिसका स्वाद लोगों को पसंद नहीं आया क्योंकि हमने उस ब्रांड के लोगों से कहा कि आपको मार्केटिंग का अधिकार तभी दिया जाएगा जब इसमें 20% उत्तराखंडी फलों का डेस्टिलेशन को सम्मिलित किया जाएगा| जिस कारण दैनिक शराब का नेचुरल स्वाद बिगड़ गया और लोगों को यह स्वाद पसंद नहीं आया यह सत्य है, लेकिन हमने उसकी कीमत भी अदा की| लेकिन इसका विरोध करने का अधिकार भाजपा का नहीं है क्योंकि आज डेनिश शराब दुकानों में ही नहीं बिक रही बल्कि भारत सरकार के भूतपूर्व रक्षा मंत्रियों, रक्षा कर्मियों के लिए जो कैंटीन होती है उन कैंटीन में भी इसी शराब को आवंटित किया जा रहा है रावत ने कहा हमारे डेनिश जहर थी और भाजपा की अमृत है इस तर्क से मैं सहमत नहीं हूं|
रावत ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि मैं गुजर रहा था, नेशनल हाईवे पर लंबी कतार लगी थी| जब मैंने पूछा तो लोगों ने कहा कि जुम्मे की नमाज अदा हो रही है हरीश रावत जी की सरकार ने जुम्मे की नमाज की छुट्टी दे रखी है| रावत ने कहा मैं बहुत नम्रता और आदर के साथ शाहजी से कहता हूं कि अगर ऐसा कोई भी आदेश, नोटिफिकेशन उनके सारे विभाग दिखा दे तो मैं उसी वक्त राजनीति से सन्यास ले लूंगा| और अगर वह नहीं दिखा पाए तो उन्हें सार्वजनिक रूप से खेत प्रकट करना चाहिए|