अतीक का अन्त :- पांच बार का विधायक, सपा से सांसद, पढ़े पूरी खबर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता और पांच बार के विधायक सपा सांसद रहे अतीक अहमद की शनिवार रात एनकाउंटर में मौत हो गई, इस एनकाउंटर में अतीक के साथ उसके भाई अशरफ की भी मौके पर मौत हो गई।
जिस समय अतीक की मौत हुई उसे प्रयागराज में अनिवार्य मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया जा रहा था| इस दौरान मीडिया ने अतीक से उसके बेटे के अंतिम संस्कार के दौरान उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया था, जिसका अतीक ने जवाब दिया, “नहीं ले गए तो नहीं गए|”


सूत्रों के अनुसार, उनके भाई अशरफ अपने जवाब में गुड्डू मुस्लिम का जिक्र करने वाले थे, जिससे पहले ही अहमद के सिर पर गोली मार दी गई, जिससे उनकी मौत हो गई। अतीक और अशरफ अहमद दोनों मारे गए।
अतीक अहमद उमेश पाल हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ था, इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको 21 साल पुरानी कहानी भी बताएंगे| कैसे २१ साल पहले उमेश पाल की हत्या हुई और अब अतीक अहमद की भी मौत हो गई|


दरअसल 25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद (वर्तमान प्रयागराज) शहर के पुराने इलाकों में शुमार सुलेमसराय में गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हो गई। कुछ लोग एक गाड़ी को घेरकर उस पर गोलियां बरसा रहे थे। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले सैकड़ों राउंड फायरिंग हो चुकी थी। गाड़ी में सवार लोगों का पूरा शरीर छलनी हो गया। जिस गाड़ी पर हमला हुआ था, उसमें कोई और नहीं, बल्कि इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक राजू पाल थे। राजू पाल खुद क्वालिस चला रहे थे। उनके बगल में दोस्त की पत्नी रुखसाना बैठी थी, जो उन्हें चौफटका के पास मिलीं थीं। इसी गाड़ी में संदीप यादव और देवीलाल भी थे। पीछे स्कार्पियो में ड्राइवर महेंद्र पटेल और ओमप्रकाश और नीवां के सैफ समेत चार लोग लोग थे। दोनों गाड़ियों में एक-एक सिपाही थे।
बदमाशों ने फायरिंग रोकी तो समर्थक राजू पाल को एक टैंपो में लेकर अस्पताल ले जाने लगे। हमलावरों ने ये देखा तो उन्हें लगा राजू जिंदा हैं। तुरंत हमलावरों ने अपनी गाड़ी टैंपो के पीछे लगा ली और फिर फायरिंग शुरू कर दी। करीब पांच किलोमीटर तक वह टैंपो का पीछा करते गए। जबतक राजू पाल अस्पताल पहुंचे, उन्हें 19 गोलियां लग चुकी थीं। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दस दिन पहले ही राजू की शादी पूजा पाल से हुई थी।
राजू बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे। लेकिन यूपी में सरकार समाजवादी पार्टी की थी। मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे। राजू की हत्या का आरोप तत्कालीन समाजवादी पार्टी के सांसद अतीक अहमद पर लगा। राजू की पत्नी पूजा पाल ने अतीक, उसके भाई अशरफ, फरहान और आबिद समेत कई लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज करवाया।
शनिवार रात अतीक अहमद तथा उसके भाई अशरफ के एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।