
नैनीताल सीट| दलबदल का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है| टिकट बंटवारे के बाद दलबदल ने और अधिक रफ्तार पकड़ी है इसी क्रम में नैनीताल के हेम आर्य ने चुनाव लड़ने के लिए 26 दिन में ही 3 बार पार्टियां बदल दी| आखिरकार उन्हें अब आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नैनीताल विधानसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतारा गया है|
बता दें कि 2012 के विधानसभा चुनाव में हेम आर्य ने भाजपा के टिकट पर नैनीताल से चुनाव लड़ा था लेकिन उस वक्त वह कांग्रेस प्रत्याशी सरिता आर्य से करीब 5000 वोटों के अंतर से हार गए थे| 2017 में भाजपा से उनका टिकट कट गया| तब भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए संजीव आर्य को उन पर तरजीह दी| इस पर हेम ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन फिर हार गए| चुनाव के बाद हेम कांग्रेस में शामिल हो गए और फिर 5 साल वह कांग्रेस में रहे| लेकिन इस बार भी संजीव आर्य ने कांग्रेस में वापसी कर हेम के टिकट को काट दिया| विधानसभा चुनाव के ठीक पहले संजीव आर्य भाजपा छोड़कर कांग्रेस में लौट आए| ऐसे में कांग्रेस से टिकट न मिलना देख हेम वापस भाजपा में पहुंच गए| इसी वक्त उन्हें टिकट का मजबूत दावेदार भी माना जा रहा था| लेकिन इसी बीच अचानक राजनीतिक घटनाक्रम में बदला हुआ और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य भाजपा में आ गई और भाजपा ने हेम की बजाय सरिता आर्य को टिकट दे दिया| जिसके बाद एक बार फिर हेम के सपना टूट गया| भाजपा में वापसी के महक 26 दिन बाद ही हेम ने टिकट न मिलने के विरोध में शुक्रवार को फिर पार्टी छोड़ दी और आखिरकार वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए| आम आदमी पार्टी ने उन्हें नैनीताल सीट से अपना प्रत्याशी बनाया और हेम ने शुक्रवार को ही नामांकन भी कर दिया| लेकिन यहां भी एक बवाल है इस बीच नैनीताल से आप के पूर्व घोषित प्रत्याशी डॉ भुवन आर्य 3 दिन पहले नामांकन दाखिल कर चुके हैं| डॉ. भुवन आर्य का कहना है कि पार्टी ने प्रत्याशी बदलने की कोई जानकारी उन्हें नहीं दी है| अब वह अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे और चुनाव लड़ेंगे|
