
भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में 90 प्रतिशत उछाल देखा गया है| बताते चलें कि दिसंबर-जनवरी में आइ कोरोना की लहर के बाद पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 के मामले लगातार कम हो रहे थे| लेकिन अब कोविड-19 के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे है| लोगों में डर और बेचैनी भी बढ़ गई है| सारी दुनिया के कई देशों में कोरोना की चौथी लहर चरम पर है| ऐसे में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है| अगर आप भी इस प्रकार परेशानी में है तो दिमाग को शांत करने के लिए योग और ध्यान का सहारा लेना फायदेमंद हो सकता है| योग और ध्यान न सिर्फ बेचैनी अवसाद गुस्से और चिंता को कम करने का काम करता है| बल्कि यह ध्यान की शक्ति को भी मजबूत इम्यूनिटी को बढ़ाता है और जीवन में सुधार करने में मददगार साबित होता है| नियमित योगा करने से हमारे मस्तिष्क में नकारात्मक विचारों का प्रवेश नहीं होता| इसके अलावा कोरोना से बचने के और अपने दिमाग को शांत करने के ऐसे 8 तरीके आज हम आपको बताएंगे -:
- मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना छोड़े और जिंदगी ज्ञान और आंतरिक शक्ति से जुड़ी कोई किताब आर्टिकल या रिसर्च को रोजाना पढ़ें|
- अपने बिस्तर पर आराम से बैठे और 10 मिनट के लिए आंखों को बंद करें गहरी सांस लें और ध्यान केंद्रित करें| यह शांत महसूस करने का एक आसान और सबसे प्रभावी तरीका है| आपकी नींद खराब करने वाले सभी विचारों से भी आपको मुक्ति मिलेगी और आप बुरे सपने से दूर रहेंगे|
- सुबह जब आप उठे तो उठने के साथ ही मोबाइल फोन ना देखें| इसकी जगह बालकनी या फिर गार्डन में बाहर खुली हवा में निकले|
- सुकून देने वाला संगीत सुने| ध्यान का अभ्यास करें और गहरी लंबी सांसे ले|
- म्यूजिक थेरेपी ऐसे में काफी कागर साबित होती है| म्यूजिक थेरेपी काफी असरदार इसलिए होती है क्योंकि यह आपको ऐसे जोन में ले आती है जहां आप सो जाते हैं| खुशी महसूस करते हैं|
- सुबह जल्दी या फिर शाम को सैर पर निकले कम से कम आधा घंटा चले| इससे आप अंदर से अच्छा महसूस करेंगे|
- घर के खिड़की दरवाजों को बंद करके ना रखें| सुबह 7-8 बजे के करीब कुछ घंटों के लिए घर में वेरिफिकेशन होने दे|
- अच्छी फिल्में देखी खासकर नाइट टॉपिक या कॉमेडी इससे आपको बेचैनी नहीं होगी और शांति महसूस होगी| मन शांत होगा|
- अच्छा खाना खाए और हल्का खाए जिससे पेट भी स्वस्थ रहे हो और आप फिट रहे|
बता दें कि यह सलाह सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से है| इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए| कोई परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लें|
