देहरादून। उत्तराखंड सरकार के एक दर्जा मंत्री को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए मना करना उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को इतना भारी पड़ा कि उसे अपनी जान गवानी पड़ी|
एक प्रसिद्ध न्यूज़ एजेंसी के सूत्रों के अनुसार जिस व्यक्ति को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए पुलकित और होटल स्टाफ अंकिता पर दबाव बना रहे थे वह और कोई नहीं बल्कि उत्तराखंड सरकार में दर्जा मंत्री और भाजपा नेता पूर्व दर्जा मंत्री विनोद आर्य का बेटा अंकित आर्य था|
हालांकि उत्तराखंड सरकार और भारतीय जनता पार्टी द्वारा आधिकारिक रूप से पत्र जारी कर दोनों को भारतीय जनता पार्टी और सरकार के दायित्वों से हटाकर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार परिजनों की सहमति के बाद कर दिया गया| पूरा प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भी अंकिता के साथ हुए इस कुकृत्य के लिए शर्मसार है| हर एक व्यक्ति की आंखों में आंसू है, पहाड़ की बेटी जो अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है जो चाहती है कि उसके पिता पर आर्थिक बोझ कम हो सके, जो चाहती है वह अपनी मां के हाथों में अपनी तनख्वाह रख सके, मगर हमारे समाज के कुछ दरिंदे उसे अपनी हवस पूरी करने के लिए उसकी इस मंशा पर पानी फेर देते हैं ।