उत्तराखंड में अब 11वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं के स्थायी निवास, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि सभी प्रकार के प्रमाण पत्र स्कूल में ही बनेंगे| जिसके लिए धामी सरकार ने ‘अपणों स्कूल, अपणू प्रमाण’ योजना लॉन्च की है| बीते दिवस सचिव आईटी शैलेश बगोली ने इसका शासनादेश जारी कर दिया है|
बताते चलें कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तराखंड के समस्त विद्यालयों में 10वीं, 12वीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभाग करने के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रमाण पत्र स्कूल में ही उपलब्ध कराने का निर्णय हुआ है|
प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सचिव शैलेश बगोली ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि छात्रों को जरूरी प्रमाण पत्र की आवश्यकता एवं इन प्रमाणपत्रों को प्राप्त करने में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के दृष्टिगत समस्त विद्यालयों में योजना के तहत आवश्यक प्रमाण पत्र स्कूल स्तर पर ही उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है|
अब प्रमाण पत्र बनाने वाले सभी अधिकारी और कॉमन सर्विस सेंटर की टीम स्कूल पहुंचकर जरूरी औपचारिकताएं पूरी करेंगे|
आदेश जारी किए हैं कि जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्य शिक्षा अधिकारी को शामिल करते हुए समिति का गठन किया जाएगा| जिला स्तर पर समिति की ओर से 11वीं व 12वीं में अध्ययनरत छात्रों की संख्या का आकलन किया जाएगा| तहसील स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति विद्यालय में भ्रमण करने वाली टीमों का तिथिवार रोस्टर तैयार करवाया जाएगा| निर्धारित समयसीमा में प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे| बता दे कॉमन सर्विस सेंटर के डाटा एंट्री ऑपरेटर की टीम संबंधित स्कूल पहुंचकर प्रमाण पत्र के लिए जरूरी शुल्क, दस्तावेज आदि की प्रक्रिया पूरी करेगी| जिसके बाद तहसीलदार या एसडीएम कार्यालय की ओर से जारी प्रमाण पत्र स्कूल के प्रधानाचार्य को उपलब्ध कराए जाएंगे|