देवभूमि की सरकार -: कुछ ही घंटों में मिल जाएगा उत्तराखंड को अगला मुख्यमंत्री इन नामों पर अब भी सस्पेंस बरकरार…..

देहरादून| उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पर्यवेक्षक देहरादून पहुंच चुके हैं| कुछ घंटों में विधानमंडल की बैठक के बाद उत्तराखंड को अगला मुख्यमंत्री मिल जाएगा इससे पहले चर्चा में यह नाम सबसे आगे हैं|
पुष्कर सिंह धामी :- उत्तराखंड में सभी मिथकों को धराशाही करते हुए यदि भारतीय जनता पार्टी पुनः सत्ता में वापसी कर पाई है तो उसका श्रेय सीधा-सीधा पुष्कर सिंह धामी को जाता है| संगठन ने उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और 47 सीटों पर जीत दर्ज की हालांकि पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट खटीमा से हार गए जिसके कारण उनके मुख्यमंत्री बनने पर सस्पेंस बरकरार है|
अनिल बलूनी :- उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी पेशे से पत्रकार रहे हैं, वे गुजरात के पूर्व राज्यपाल के ओएसडी भी रहे संघ और ‌ भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व विशेषकर अमित शाह एवं नरेंद्र मोदी से उनकी नजदीकियां बताई जाती है, 2002 में उन्होंने कोटद्वार से नामांकन दाखिल किया हालांकि उनका नामांकन रद्द हो गया जिसके बाद बलूनी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और 2005 का उप चुनाव लड़ा हालांकि वे हार गए वर्तमान में बलूनी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मीडिया प्रमुख है, यदि भाजपा लंबे समय तक उत्तराखंड में किसी चेहरे पर दाग खेलना चाहेगी तो अनिल बलूनी उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक :- उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व में केंद्रीय मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक चुनाव परिणाम आने से पूर्व जिस प्रकार सक्रिय दिख रहे थे उससे यह स्पष्ट था कि मैं स्वयं के लिए मुख्यमंत्री पद की लॉबिंग में जुटे हैं, लंबे राजनीतिक अनुभव के कारण निशंक भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की पसंद हो सकते हैं।
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत के साथ साथ ही कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, प्रेमचंद्र अग्रवाल का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में बताया जा रहा है।