उत्तराखंड के सभी 119 राजकीय महाविद्यालयों में देवभूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित किए जाएंगे| यह देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं सहायक निदेशक, उच्च शिक्षा डॉ. दीपक कुमार पांडेय का कहना है|
उन्होंने कहा की योजना के तहत छात्रों में उद्यमशीलता गुणों की पहचान करने के बाद उनका विकास किया जाएगा|
नोडल अधिकारी के अनुसार, योजना का उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों एवं राजकीय संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नवाचार एवं उद्यम का पारिस्थितिक तंत्र विकसित करना है|
देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 90 प्राध्यापकों को उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा| राज्य उच्च शिक्षण संस्थानों के 22 संकाय सदस्यों ने ईडीआईआई, अहमदाबाद में 5 नवंबर से 10 नवंबर तक प्रशिक्षण लिया है|
बता दें, उद्यमिता केंद्रों में छात्रों में उद्यमशील गुणों को पहचान करना और उनका विकास करना, स्टार्टअप अवसर की पहचान करना, उद्यमिता पर पाठ्यक्रम विकसित करना, स्टार्टअप फंडिंग और वेंचर कैपिटल, उत्तराखंड में उद्यमिता के उभरते अवसर और उनके प्रोजेक्ट प्रोफाइल बनाना, एनईपी-2020 के अनुसार, कौशल-विकास पाठ्यक्रम कोर्स डिजाइन करना, पुस्तकालय संसाधन और आईटी पर चर्चा पर जोर दिया जाएगा|