खौफनाक -: फूड ब्लॉगर से दरिंदा बना प्रेमी, प्रेमिका की गला दबाकर हत्या कर 35 टुकड़ों में काटा

नई दिल्ली| दिल्ली के महरौली में लिव इन रिलेशन में रह रही युवती 26 वर्षीय श्रद्धा वाकर की उसी के प्रेमी ने गला दबाकर हत्या कर दी| हत्या के बाद प्रेमी ने युवती के 35 टुकड़े कर दिए| 6 महीने बाद इस घटना का खुलासा हुआ है| पुलिस पूछताछ में आरोपी युवक आफताब अमीन पूनावाला (28) ने श्रद्धा के शव के टुकड़े चार जगह पर डालने की बात कही| छानबीन के दौरान पुलिस को श्मशान घाट रोड नाले के पास कूल्हे का एक पार्ट मिला है| सिर्फ इसी पार्ट से पता लग रहा है कि यह इंसान का है और महिला का है|


आरोपी ने श्रद्धा के शव को कई टुकड़ों में जलाया था और श्रद्धा के चेहरे को पूरी तरह जला दिया था| इसके लिए आरोपी जलाने वाला टॉर्च खरीद कर लाया था| 35 टुकड़ों में से 13 टुकड़े पुलिस को मिल गए हैं| जंगल से हड्डियों के रूप में मिल रहे शव के टुकड़ों से यह पता नहीं लग रहा है कि इंसान की है या जानवर की| इसके लिए पुलिस फॉरेंसिक जांच कराएगी|
मिली जानकारी के मुताबिक श्रद्धा के शरीर के अंगों को काटने के लिए केवल एक हथियार का इस्तेमाल किया गया था| आफताब ने शरीर के अंगों को काटने के लिए एक मिनी आरी का इस्तेमाल किया था| मिनी आरी अभी तक बरामद नहीं हुई है| आफताब ने श्रद्धा के फोन को फेंक दिया था| पुलिस आखिरी लोकेशन ट्रेस करने में लगी है|
आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़ों को फ्रिज में रखा था| अब पुलिस आफताब के प्रोफाइल की जानकारी खंगाल रही है| जिससे उन महिलाओं का पता चल सके जो आफताब के घर उस समय उससे मिलने आई जब श्रद्धा के शव के टुकड़े फ्रीज में रखे थे| क्योंकि पुलिस को आशंका है कि कहीं उनमें से कोई महिला हत्या के पीछे का कारण तो नहीं है|
पहले कहा जा रहा था कि श्रद्धा ने आफताब को शादी के लिए कहा लेकिन आफताब शादी नहीं करना चाहता था| जिस कारण आफताब ने श्रद्धा की हत्या की लेकिन अब हत्या के मामले में नया मोड़ आया है| श्रद्धा और आरोपी युवक आफताब मिलकर शराब, सिगरेट का नशा करते थे| पुलिस को ऐसे कई सबूत मिले हैं| जांच में यह बात सामने आई कि यह आपस में शादी नहीं करना चाहते थे| इनमें नशा करने के बाद झगड़ा होता था| वारदात वाले दिन भी श्रद्धा ने नशे में बर्तन फेंककर आफताब को मारना शुरू कर दिया था| इससे गुस्साए आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी| साजिश के तहत आरोपी ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाया| शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपी ने क्राइम पेट्रोल और अंग्रेजी फिल्में देखी| अगर परिवार वाले श्रद्धा और आफताब को वापस लाने की कोशिश करते तो शायद हत्याकांड नहीं हुआ होता, क्योंकि दोनों ही अपने परिवार को छोड़ चुके थे|