कोरोना वैक्सीनेशन -: 12 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए भारत में नोवोवैक्स वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी, पहली प्रोटीन आधारित वैक्सीन

नई दिल्ली| भले ही भारत में कोरोना के मामले कम हो चुके हैं| और तीसरी लहर खात्मे की ओर है लेकिन विभिन्न देशों में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए भारत में 12 से 17 साल के बच्चों के लिए नोवावैक्स कोरोना वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है| नोवोवेक्स कि इस वैक्सीन को NVX-CoV2373 के नाम से भी जाना जाता है| भारत में सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इस वैक्सीन का निर्माण कर रही है| भारत में इसे कोवोवैक्स के नाम से जाना जाता है| यह पहला प्रोटीन आधारित वैक्सीन है| यह देश में चौथी ऐसी वैक्सीन है जो भारत में 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को लगेगी| भारत में इससे पहले बायोलॉजिकल ई कोरबेवैक्स, जा़यडस कैडिला की ZyCov-D और भारत वायोटेक की को-वैक्सीन है जिसका इस्तेमाल 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों पर किया जा रहा है| ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों में कोरोनावायरस के कारण होने वाले कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए सक्रिय टीकाकरण के लिए कोवोवैक्स के आपातकालीन स्थिति में उपयोग की मंजूरी दी है|