सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र पर फिर शुरू हुआ विवाद, एसडीएम ने दिए जांच के निर्देश, सरिता आर्य ने कही ये बात…..

नैनीताल| कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाली कांग्रेस की पूर्व विधायक सरिता आर्य के जाति प्रमाण पत्र पर विवाद फिर सामने आया है| कल बागजाला निवासी हरिश्चंद्र ने जिलाधिकारी नैनीताल को संबोधित शिकायती पत्र देकर सरिता का जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने की मांग की| उन्होंने आरोप लगाया कि सरिता की ओर से गलत सूचना देकर जाति प्रमाण पत्र हासिल किया गया है| सरिता ने आवेदन में पति के साथ ही माता जीवंती देवी का उल्लेख किया है| जबकि नियम के अनुसार पिता के नाम का जिक्र करना चाहिए था| सरिता की माता जीवंती देवी अनुसूचित जाति की थी| और उनकी शादी कुलदीप सिंह से हुई थी| जो सिख थे|


बता दें कि सरिता ने जीबी पंत इंटर कॉलेज भवाली में पढ़ाई के दौरान अपनी जाति सामान्य लिखी है| इस मामले में इससे पहले 2012 में हेम आर्य ने भी हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी| तब कोर्ट ने उन्हें खारिज कर दिया था| दूसरी तरफ सरिता आर्य ने इस शिकायत को राजनीति से प्रेरित बताया| उन्होंने कहा कि कोर्ट मामले में स्थिति साफ कर चुका है|
इस मामले पर एसडीएम ने जांच के निर्देश दिए हैं – पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य के जाति प्रमाण पत्र की शिकायत पर एसडीएम नैनीताल प्रतीक जैन ने देर शाम जांच के निर्देश जारी कर दिए| उन्होंने मामले में दोनों पक्षों से अपने दावों के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा है|