बागेश्वर जिले के लिए खेल के मैदान से अच्छी खबर आई है। फुटबाल खिलाड़ी रोहित दानू का भारतीय फुटबाल टीम में चयन हुआ है। रोहित का चयन 19 वें एशियन गेम के लिए हुआ है। एशियन गेम्स 2023 का आयोजन चीन के हांगझोउ में होगा।
बता दें कि भारत की पुरुष टीम को ग्रुप ए में मेजबान चीन, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ loरखा गया है। टूर्नामेंट में 23 टीमें हिस्सा लेंगी, जिन्हें छह ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप ए, बी, सी, ई और एफ में प्रत्येक में चार टीमें हैं, जबकि ग्रुप डी में तीन टीमें हैं। भारतीय फुटबॉल टीम ने नई दिल्ली 1951 और जकार्ता 1962 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। बैंकॉक 1970 में कांस्य पदक अपने नाम किया था। भारत नौ साल बाद पहली बार महाद्वीपीय खेलों में फुटबॉल प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है।
रोहित दानू भारतीय अंडर 14, 15, 16 और 17 टीम से खेल चुके हैं। सेंटर फॉरवर्ड रोहित ने अपने गेम से कई लोगों को प्रभावित किया है। उनके भाई हिमांशु दानू भी हल्द्वानी में बतौर फुटबॉल खिलाड़ी नाम कमा चुके हैं। साल 2017 में बागेश्वर के सुरजकुंड निवासी रोहित दानू का चयन फीफा अंडर-17 विश्वकप में हुआ था। रोहित को उनके कोच नीरज पांडेय निखारा।
रोहित अपनी कामयाबी का श्रेय कोच नीरज पांडेय को देते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बागेश्वर के फुटबॉल खिलाड़ी धीरेंद्र परिहार ने भी उन्हें काफी सहयोग किया है। रोहित दानू का संघर्ष 10 साल की उम्र से शुरू हो गया है। रोहित के लिए अच्छा ये रहा कि परिवार की ओर से उसे पहले से ही सपोर्ट मिलता रहा। पिता प्रताप सिंह दानू और मां गंगा दानू ने अपने बेटे के सपने को पंख देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। एक प्रतिभा को एक पहचना की जरूरत होती है, जो रोहित को छोटी उम्र में परिवार से मिली। उसके बाद रोहित का जादू फुटबॉल में चलने लगा। मात्र 13 साल की उम्र में रोहित ने उत्तराखण्ड फुटबॉल टीम में जगह बनाई। अपने पहले ही मैच में उन्होंने अपनी जादुई स्किल का लोहा मनवाया और उन्हें विदेशों में खेलने का मौका मिलने लगा। पूरा उत्तराखंड उम्मीद कर रहा है रोहित अपने खेल से विदेश में भी छाए और भारत में युवाओं को फुटबॉल में करियर बनाने के लिए रास्ता दिखाए।