
दिवाली आई है
आया दीपों का त्यौहार,
मालन गूंथ के लाई हार,
पूजा करता है सब संसार, दिवाली आई है!!
बिक रहे बाजारों में दीप,
रहें लक्ष्मी गणेश समीप,
कुम्हार माटी रहे कहीं टीप, दिवाली आई है!!
मिष्ठान्न ले आये भरतार,
बुद्धि के दाता हैं करतार,
गढ़ते मूर्ति कहीं चित्रकार, दिवाली आई है!!
लड़ियां बिजली की बेशुमार,
सजी है अलबेली बाजार,
कर रहे हलवाई भी पुकार, दिवाली आई है!!
दीख रहे बतासे कहीं रंगीन,
खिलौने खरीद रहे शौकीन,
सजावट ले रही मन छीन, दिवाली आई है!!
आतिशबाजी का है जोर,
पटाखे मचा रहे हैं शोर,
तमाशा करते बाल किशोर, दिवाली आई है!!
आओ पूजें लक्ष्मी गणेश,
मैया शारदा भी है विशेष,
काटें सबके जो कष्ट क्लेश, दिवाली आई है !!
निकलें हम भी देने बधाई,
कर लें घर आंगन की सफाई,
बांटें खील खिलौने मिठाई, दिवाली आई है!!
🙏दीपावली शुभ मंगलमय हो🌹
🌹 प्रकाश पाण्डेय 🌺
कनखल (हरिद्वार)