आज दिनांक 4 अप्रैल 2022 को सोमवार के दिन सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि उत्तराखंड में विकास कार्यों को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और ऐसा हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी कहा कि ना मैं खुद चैन से बैठूंगा ना ही अधिकारियों को चैन से बैठने दूंगा। तथा उन्होंने कहा कि जनहित में अधिकारियों को कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार में सुधार लाना होगा। और इसके लिए पूरे सिस्टम को भी मजबूत करना होगा। तथा मुख्य सचिव को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का समय पर ऑफिस पहुंचना और निर्धारित समयावधि में कार्य पूरा करना सुनिश्चित किया जाए और संबंधित अधिकारी जनता की समस्याओं का जल्द ही त्वरित समाधान करें। तथा चार धाम यात्रा में लैंडस्लाइड जोन के लिए 7 दिनों में ही एक्शन प्लान तैयार करके मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुत किया जाए।तथा संवेदनशील लैंडस्लाइड जॉन पर लोंग टर्म ट्रीटमेंट के जरिए स्थाई समाधान निकाला जाए। तथा बैठक के दौरान इस बात की जानकारी भी दी गई कि चार धाम परियोजना के तहत889 किलोमीटर लंबाई के 53 कार्यों में से 691 किलोमीटर के 40 कार्य स्वीकृत किए जा चुके हैं। तथा भारतमाला परियोजना के तहत सीमांत क्षेत्रों के सामने दृष्टि से यातायात व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए628 किलोमीटर के पांच सड़क मार्गों का चयन किया गया है। बता दें कि इस बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव आनंद एवं प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव एसए मुरुगेशन एवं अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।
आज दिनांक 4 अप्रैल 2022 को सोमवार के दिन सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि उत्तराखंड में विकास कार्यों को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और ऐसा हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी कहा कि ना मैं खुद चैन से बैठूंगा ना ही अधिकारियों को चैन से बैठने दूंगा। तथा उन्होंने कहा कि जनहित में अधिकारियों को कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार में सुधार लाना होगा। और इसके लिए पूरे सिस्टम को भी मजबूत करना होगा। तथा मुख्य सचिव को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का समय पर ऑफिस पहुंचना और निर्धारित समयावधि में कार्य पूरा करना सुनिश्चित किया जाए और संबंधित अधिकारी जनता की समस्याओं का जल्द ही त्वरित समाधान करें। तथा चार धाम यात्रा में लैंडस्लाइड जोन के लिए 7 दिनों में ही एक्शन प्लान तैयार करके मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुत किया जाए।तथा संवेदनशील लैंडस्लाइड जॉन पर लोंग टर्म ट्रीटमेंट के जरिए स्थाई समाधान निकाला जाए। तथा बैठक के दौरान इस बात की जानकारी भी दी गई कि चार धाम परियोजना के तहत889 किलोमीटर लंबाई के 53 कार्यों में से 691 किलोमीटर के 40 कार्य स्वीकृत किए जा चुके हैं। तथा भारतमाला परियोजना के तहत सीमांत क्षेत्रों के सामने दृष्टि से यातायात व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए628 किलोमीटर के पांच सड़क मार्गों का चयन किया गया है। बता दें कि इस बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव आनंद एवं प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव एसए मुरुगेशन एवं अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।