विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार करने में इस बार राजनीतिक दलों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी के कारण राजनीतिक दल ना ही जनसभा कर पा रहे हैं और ना ही प्रचार। इसलिए जहां पहले भाजपा सरकार ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में स्कूली शिक्षा और व्यवसाय के लिए डिजिटल माध्यम को सशक्त बनाया था वहीं अब तीसरी लहर के चलते विधानसभा चुनाव के लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग किया जा रहा है। डिजिटल माध्यम से चुनाव प्रचार करने के लिए भाजपा डिजिटल माध्यम से चुनाव प्रचार करने के संसाधनों को सशक्त बनाने की ओर प्रयासरत है। इस माध्यम से दो स्टूडियो देहरादून में बनाए जा रहे हैं ताकि पार्टी नेता इसके माध्यम से बूथ स्तर तक जुड़ सकें। इसके अलावा भाजपा ऑनलाइन प्रचार के लिए ट्विटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक, यूट्यूब आदि का भी उपयोग कर रही हैं।
तथा भाजपा के इंटरनेट मीडिया के प्रमुख शेखर वर्मा ने जानकारी दी है कि देहरादून में बनने वाला स्टूडियो आगामी 1-2 दिन में बन जाएगा जिसके बाद पार्टी के नेता बूथ स्तर पर जनता और कार्यकर्ताओं से जुड़कर विधानसभा चुनाव के संबंध में वार्तालाप कर सकते हैं तथा पार्टी का प्रचार भी कर सकते हैं।
यदि हम भाजपा के व्हाट्सएप पर बने ग्रुप की बात करें तो भाजपा ने अभी तक व्हाट्सएप पर 15000 से ज्यादा ग्रुप बना लिए हैं
तथा पार्टी का कहना है कि राज्य में तकरीबन 35 लाख लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं जिसमें से 25 लाख लोगों तक पार्टी की पहुंच है और बाकी 10 लाख लोगों तक पहुंचने के लिए पार्टी आगे कार्यरत है। इस तरीके से भाजपा ने इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए डिजिटल माध्यम से प्रचार करने के लिए कमर कस ली है।