
बीते दिवस विधानसभा सत्र के दौरान अचानक कैबिनेट मंत्री चंदनदास की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया| जहां हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं होने पर उन्हें निजी अस्पताल रेफर करना पड़ा| दरअसल दून अस्पताल समेत राजधानी के तमाम सरकारी अस्पतालों में हृदय रोग विशेषज्ञ तक नहीं है| हालांकि, दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एवं वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केसी पंत का कहना है कि चारधाम यात्रा पर होने की वजह से फिलहाल यहां कोई हृदय रोग विशेषज्ञ तैनात नहीं है, जिसकी वजह से दिक्कत आ रही है|
मुख्यमंत्री समेत सरकार के कई मंत्रियों व विधायकों ने चिकित्सकों से मंत्री की कुशलक्षेम पूछी| इससे पहले विधानसभा सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान मंत्री विपक्ष के सवालों का जवाब देने में असहज नजर आ रहे थे| अस्पताल की ओर से बताया गया है कि उनकी स्थिति सामान्य है|
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के साथ ही मरीजों के इलाज के लिए प्रोफेसरों, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की जा सके| इसके लिए नए सिरे से साक्षात्कार आयोजित किया जा रहा है| जल्द ही कई विशेषज्ञों की नियुक्ति कर दी जाएगी|
