
उत्तराखंड राज्य के द्रौपदी का डांडा में निम का प्रशिक्षण दल एवलांच की चपेट में आ गया है। बता दें कि प्रशिक्षण दल के 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास यानी कि ग्लेशियर के बीच पड़ी दरार में फस चुके हैं जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। यह रेस्क्यू अभियान निम की तरफ से चलाया जा रहा है। बता दें कि निम द्वारा 8 प्रशिक्षणार्थियों का रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि 21 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं। बता दें कि इस दौरान 2 प्रशिक्षकों की मौत भी हो चुकी है।राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी गई जिसके बाद रक्षा मंत्री द्वारा वायु सेना को निर्देश दिए गए कि वह बचाव एवं राहत अभियान चलाएं।
बता दें कि बीते 22 सितंबर 2022 से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का डोकरानी ग्लेशियर में बेसिक प्रशिक्षण चल रहा था जिसमें कुल मिलाकर 122 लोग शामिल थे। इनमें से 97 प्रशिक्षणार्थी और 24 प्रशिक्षक थे तथा निम के अधिकारी भी इसमें शामिल थे। इसके अलावा एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थियों के साथ 9 प्रशिक्षक भी शामिल थे। क्रेवास में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है और घटनास्थल में निम के पास दो सेटेलाइट फोन भी मौजूद हैं। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस मामले में अवगत कराया गया। जिसके बाद उन्होंने वायु सेना को राहत एवं बचाव के लिए निर्देश दिए।साथ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा हर संभव सहायता देने के लिए आश्वासन भी दिया गया है। जल्द से जल्द प्रशिक्षणार्थियों को सकुशल बाहर निकालने के लिए निम की टीम समेत जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवान भी सक्रिय हो गए हैं।
