देश को अपना नया राष्ट्रपति मिल गया है| एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू देश की प्रथम नागरिक चुनी गई है| उन्हें पक्ष-विपक्ष के नेता बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं| बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी| ट्विटर पर बधाई संदेश देने के बाद तेजस्वी यादव जमकर ट्रोल हो रहे हैं| द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति बताने संबंधी तेजस्वी के बयान पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं|
बताते चले की तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों कहा था कि उन्हें देश के लिए एक सशक्त राष्ट्रपति चाहिए, जो वर्तमान परिस्थितियों में हालात पर काबू पा सके, हमें मूर्ति नहीं चाहिए| तेजस्वी का कहना था कि उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को बोलते नहीं सुना| विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने तो अपनी बातें रखी थी| लेकिन एनडीए की राष्ट्रपति प्रत्याशी ने एक शब्द नहीं कहा| ऐसे में हमें मूर्ति की जरूरत नहीं है| लेकिन जब गुरुवार को परिणाम आए तो तेजस्वी ने उन्हें बधाई दी| इसके बाद तो उन्हें ट्रोल करने का सिलसिला शुरू हो गया| इस ट्वीट पर गोपाल सनातनी नाम के एक यूजर ने लिखा कि तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति बताया था| कहा कि हमने कभी उन्हें बोलते नहीं सुना| अब ध्यान से सुन लेना, वह बोलेगी|
आरपी राणा ने लिखा कैसा लग रहा है, बिना वोट दिए शुभकामनाएं देना पड़ रहा है वो भी एक मूर्ति को| एक बेशर्मी की हद पार कर दिए|
एक अन्य यूजर ने लिखा है, आप एक मूर्ति को बधाई दे रहे हैं, भूल गए क्या? अपने ही शब्दों को|
एक और ने कमेंट करते हुए लिखा है, काहे हो मूर्ति पूजा एतना जल्दी करे लगे| भक मरदे|
द्रोपति मुर्मू को बधाइयां देने के बाद तेजस्वी यादव सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं|