बड़ी खबर -: अंकिता मर्डर केस में हुए बड़े खुलासा, आरोपितों ने उगले राज

देहरादून| अंकिता हत्याकांड में गिरफ्तार तीनों आरोपित और अंकिता के दोस्त पुष्प को आमने-सामने बैठाकर एसआईटी ने घंटों पूछताछ की| जिसके बाद पुष्प को छोड़ दिया गया जबकि तीनों आरोपितों को अलग-अलग जगह ले जाया गया| शुक्रवार की शाम को एसआईटी तीनों आरोपियों को पौड़ी जेल से पुलिस रिमांड पर लेकर आई थी| सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें ऋषिकेश के आस-पास ही कहीं गुप्त ठिकाने पर रखा गया| सुरक्षा के बीच एसआईटी तीनों आरोपितों को रात के समय घटनास्थल लेकर आइए और सीन रीक्रिएट किया| इस दौरान आरोपियों ने एसआईटी को बताया कि वह तीनों अंकिता के साथ शाम करीब 8:00 बजे रिसॉर्ट से निकले थे और 8:30 बजे वह चीला बैराज का बैरियर पर करके बैराज पर पहुंचकर कुछ समय बैठे|


कहा जा रहा है कि आरोपितों ने माना है कि किसी बात को लेकर पुलकित और अंकिता के बीच झगड़ा हो गया| जिसके कारण उन्होंने घटना को अंजाम दिया| उन्होंने यह भी बताया है कि पुलकित ने फोन नहर में फेंकने की बात भी झूठ कही थी| सर्विलांस टीम ने जब उसके लोकेशन खंगाली तो वह सुबह तक रिसोर्ट में पाई गई|
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद रिसॉर्ट लौटे थे| इसके बाद अंकिता के दोस्त पुष्प का फोन आता रहा लेकिन पुलकित ने फोन नहीं उठाया| रात भर फोन पुलकित के पास था| जब उसे एहसास हुआ कि फोन से वह फंस सकता है तो सुबह उसने फोन नहर में फेंक दिया|
इसके अलावा अंकिता और पुष्प के बीच हुई व्हाट्सएप चैट में जिस वीआईपी गेस्ट का जिक्र किया गया है, उसके बारे में भी एसआईटी ने पूछताछ की|
सूत्रों के मुताबिक आरोपितों ने बताया कि वहां कौन-कौन आता था और अंकिता किस वीआईपी गेस्ट की बारे में बात कर रही थी| लेकिन इस पूरे मामले को एसआईटी ने गुप्त रखा हुआ है क्योंकि इसमें कुछ नेताओं के नाम भी सामने आ रही है| ऐसे में पूरी तरह से संलिप्तता सामने आने के बाद ही एसआईटी किसी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है|
बताया जा रहा है कि आरोपित काफी खौफ में है| जिस कारण सवालों का तुरंत जवाब दे रहे हैं| अब तक एसआईटी उनसे कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर चुकी है| हालांकि पुख्ता सबूत हासिल करने के लिए एसआईटी को अब भी जूझना पड़ रहा है, क्योंकि जहां पर अंकिता का मर्डर हुआ था वहां न तो कोई सीसीटीवी कैमरा है और ना कोई प्रत्यक्षदर्शी है| एसआईटी के पास रिमांड के लिए आज का दिन अंतिम है और सोमवार को आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश करके दोबारा जेल में दाखिल करवाया जाना है| ऐसे में उनसे पुख्ता साक्ष्य जुटाना भी एसआईटी के लिए बड़ी चुनौती है|