गाजियाबाद में निर्भया कांड जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी के मामले में गिरफ्तार 3 आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि हाथ-पैर बाधकर नर्स को बोरी में बंद करके आश्रम रोड पर मास्टरमाइंड आजाद ने रखा था और उसी ने नर्स को बताया था कि जब वह राहगीर को बुलाएगा तो क्या बोलना है| जिसके लिए नर्स को पहले से तैयारी कराई गई थी फिर जैसे ही आजाद के कहने पर राहगीर आया नर्स चिल्लाने लगी पुलिस को बुलाओ…….पुलिस को बुलाओ|
आजाद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नर्स ने खुद प्राइवेट पार्ट पर चोट मारी थी और लोहे का 6 इंच का तार रखा था| इसे ही लोहे की रॉड बताकर सोशल मीडिया पर मैसेज भेजे गए ताकि लोग घटना को निर्भया कांड जैसा समझ लें|
पुलिस के मुताबिक अफजाल (आरोपी) ने सख्ती से पूछताछ पर पूरी साजिश के बारे में बताया| उसने कहा कि 13 साल से पति से अलग रह रही नर्स ने उसकी 12 साल से गहरी दोस्ती है| दोनों ने मिलकर कबीरनगर में 56 लाख का मकान हड़पने की साजिश रची थी| इसके लिए फर्जी दस्तावेज बनाने से लेकर फर्जी केस दर्ज कराने तक के कई प्रयास किए| लेकिन सभी असफल रहे| इसके बाद सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी बनाई|