लखनऊ| आयुष कॉलेजों में हेराफेरी से हुए एडमिशन के मामले में संदिग्ध पाए गए सभी छात्रों को निलंबित कर दिया है| साथ ही उनके दस्तावेज सील कर दिए गए हैं और इन्हें हॉस्टल छोड़ने का आदेश दिया गया है|
बताते चलें कि प्रदेश के आयुर्वेदिक एवं यूनानी व होम्योपैथी मेडिकल कॉलेजों में तमाम छात्रों ने हेराफेरी कर दाखिला ले लिया था| आयुष विभाग की जांच में 891 छात्र संदिग्ध चिन्हित किए गए हैं| सभी सरकारी कालेजों के प्रधानाचार्य ने छात्रों को निलंबित कर दिया है| जबकि निजी कॉलेजों के छात्रों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई चल रही है| लगभग 10 निजी कॉलेजों ने छात्रों को निलंबित करने की सूची आयुष विभाग में भेज दी है| अन्य की रिपोर्ट अभी तक कार्यालय नहीं पहुंची है|
मिली जानकारी के अनुसार सभी छात्रों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी| जांच पड़ताल के बाद ही इनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी|