नए शैक्षणिक सत्र से दूसरी कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए बड़ा बदलाव, जाने👇

नई दिल्ली| छोटे-छोटे बच्चों के कंधों से भारी-भरकम बैग का बोझ कम करने के लिए सरकार ने फैसला किया है कि आगामी शैक्षिणक सत्र 2023-24 से पहली और दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के स्कूल बैग में सिर्फ गणित और भाषा की किताबें होंगी|


राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिश के तहत 3 से 8 साल तक की उम्र के विद्यार्थियों का मूल्यांकन पारंपरिक परीक्षा के माध्यम से न होकर इनका मूल्यांकन खेलकूद, वीडियो, म्यूजिक, कहानी बोलने-लिखने, व्यवहारिक ज्ञान आदि के आधार पर होगा|
साथ ही दूसरी कक्षा तक के छात्रों को अब मातृभाषा में पढ़ने का मौका मिलेगा|
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पहली और दूसरी कक्षा के लिए पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है| शिक्षा मंत्रालय जल्द ही इस पाठ्यक्रम को जारी करेगा| इसमें बच्चों को रट्टा लगाने की बजाय व्यवहारिक ज्ञान पर बल दिया जाएगा|