एक शोध के अनुसार कहा गया है कि टाइप-2 मधुमेह और डिमेंशिया से पीड़ित लोगों को दिल की समस्याओं और ह्रदय रोग से पीड़ित होने का खतरा अधिक होता है|
इजराइल स्थित तेल अवीव विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि ऐसे लोगों में हृदय रोग से पीड़ित होने की संभावना 1.6 गुना अधिक थी और स्ट्रोक या मरने की संभावना 1.8 गुना अधिक थी| वैज्ञानिकों के अनुसार याददाश्त में लगातार गिरावट टाइप-2 मधुमेह के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है| शोधकर्ताओं ने तर्क देते हुए कहा कि डिमेंशिया का रोगी नियमित दवा लेना भूल सकता है| इसकी वजह से अनियंत्रित मधुमेह हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है|
इस अध्ययन में बताया गया है कि 3.70 करोड़ से अधिक अमेरिकी टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित है| 1.60 करोड लोग डिमेंशिया से पीड़ित है| जिन लोगों को मधुमेह है उन्हें पहले से ही दिल की समस्याओं से पीड़ित होने की संभावना लगभग दोगुनी है|