
बागेश्वर- जिले में मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में उत्तरायणी मेला लगता है जो कि इस बार कोरोना महामारी के कारण नहीं लगेगा।इसके लिए प्रशासन द्वारा निर्देश दिए गए हैं, कि कोरोना महामारी के दौरान बाहर से आने वाले व्यापारियों और भव्य आयोजन पर प्रतिबंध लगेगा।
मगर मंदिर समिति मंदिर परिसर में बाहर से आने वाले भिखारियों को लेकर भी चिंतित है। तथा इस संबंध में बाहर से आने वाले भिखारियों पर अंकुश लगाने हेतु मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है।
उनका कहना है, कि इस दौरान मंदिर में निर्माण कार्य चल रहा है जिस कारण मंदिर चारों ओर से खुला है और इस कारण यह डर है कि कहीं बाहर से कोई असामाजिक तत्व मंदिर में आकर किसी घटना को अंजाम ना दे दे इस कारण बाहर से आए भिखारियों पर अंकुश लगाना जरूरी है।
अधीक्षक को यह ज्ञापन सौंपने वालों में मंदिर समिति के अध्यक्ष नंदन सिंह रावल, सचिव बाला दत्त तिवारी, कोषाध्यक्ष राजा साह गंगोला समेत कई नाम शामिल है। तथा उन्होंने यह भी कहा कि बाहर से आए हुए मेलार्थियों और व्यापारियों पर प्रतिबंध है मगर बाहर से आकर भिकारी यहां पर भीख मांग रहे हैं और यहा तक की नाबालिक बच्चों से भीख मंगवा रहे हैं। तथा इस पर चिंता व्यक्त करते हुए रेडक्रॉस सोसाइटी प्रदेश इकाई सदस्य व अपनी धरोहर संस्था के जिला संयोजक अशोक लोहनी ने इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है उन्होंने कहा है कि नाबालिक बच्चों से भीख मंगवाने सही नहीं है और जो लोग नाबालिक बच्चों से भीख मंगवा रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
