
उत्तराखंड राज्य में बारिश ना होने के कारण जंगलों में आग लगने की घटनाएं सबसे अधिक मात्रा में सामने आ रही है। बागेश्वर में जंगलों में लगी आग रिहायशी इलाके तक पहुंच गई है और लोगों के आवासीय घरों को भी जंगल की आग से खतरा है। जंगलों की बेकाबू आग से देवतोली के जंगल में देवदार, बांज, बुराश और उतीस के पेड़ जलकर नष्ट हो गए हैं और आग लोगों के घरों तक पहुंचने लगी है जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने काफी मुश्किल से आवासीय घरों की तरफ आग को आने से रोका। देवतोली गांव के पंचायत सरपंच देवकीनंदन पाठक ने बताया कि बीते सोमवार के दिन कमेड़ीदेवी के जंगल में आग लग गई थी। आग को उन्होंने ग्रामीणों की मदद से बुझा दिया लेकिन एक बार फिर से रात में आग लगी और हवा चलने के कारण आग भड़क गई तथा वन पंचायत तक पहुंच गई। गांव में 5 वर्ष से लगाए गए लगभग 5000 से अधिक पेड़ जल गए हैं। इन पेड़ों को जायका योजना के तहत लगाया गया था और इनके संरक्षण के लिए ग्रामीणों ने काफी मेहनत भी की थी मगर जंगल की आग ने सब नष्ट कर दिया है तथा यह आग रिहायशी क्षेत्र तक पहुंच गई है जिससे लोगों के आवास पर भी खतरा मंडरा रहा है।
