बागेश्वर| बागेश्वर के अमसरकोट के एक गांव में शादी के कुछ घंटे पहले दुल्हन अपने प्रेमी के साथ भाग गई| लोकलाज के डर से परिजनों ने दुल्हन की जगह उसकी नाबालिग बहन को विवाह के मंडप में बैठा दिया लेकिन, शादी की रस्में होने से पहले ही पुलिस और वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने पहुंचकर नाबालिक की शादी होने से रुकवा दी|
जानकारी के अनुसार बागेश्वर जिले के दफौट क्षेत्र से बारात अमसरकोट क्षेत्र के एक गांव में गई थी| वहां विवाह की रस्में पूरी कराने की तैयारी चल रही थी| इसी बीच स्थानीय पुलिस और वन स्टॉप सेंटर को सूचना मिली कि गांव में नाबालिक लड़की की शादी कराई जा रही है| सूचना पर पुलिस और वन स्टॉप सेंटर की संयुक्त टीम तत्काल मौके पर पहुंची और विवाह के लिए तैयार की गई बेटी के स्कूल के कागजात की जांच की तो यह लड़की नाबालिक पाई गई| संयुक्त टीम ने लड़की के परिजनों को समझाकर यह शादी रुकवा दी| काउंसलिंग के बाद लड़की के परिजनों ने टीम को लिखकर दिया कि वह अपनी इस बेटी का विवाह इसके बालिक होने पर ही करेंगे|
पुलिस ने बताया कि यह विवाह, नाबालिक की बड़ी बहन के साथ होना तय हुआ था| लेकिन दुल्हन शादी के कुछ घंटे पहले अपनी प्रेमी के संग भाग गई| जिस कारण दूल्हे पक्ष को बिना दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा|