
बागेश्वर । ‘विश्व जल दिवस’ के अवसर पर विकास भवन सभागार, बागेश्वर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बागेश्वर के तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संगीता आर्या, जिला विकास अधिकारी, बागेश्वर द्वारा जल संरक्षण हेतु राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘सारा’ योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई तथा उक्त योजना के तहत जल संरक्षण हेतु जनपद बागेश्वर में किये गये कार्यों एवं भविष्य में किये जाने वाले कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी पी0पी0टी0 के माध्यम से उपस्थित अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं समस्त हितधारकों को दी गई।
धुव्र सिंह मर्तोलिया, प्रभागीय वनाधिकारी, बागेश्वर द्वारा बताया गया कि जल संरक्षण के लिए हमें वनों का संरक्षण करना होगा। उनके द्वारा कहा गया कि हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा तथा उनका संरक्षण भी करना होगा। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा बताया गया कि इस सम्बन्ध में वन विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है तथा उनके द्वारा उपस्थित लोगों से अनुरोध किया गया कि कहीं भी कोई वनाग्नि की घटना होती है तो वन विभाग को सूचित करें तथा आमजनमानस भी वनाग्नि कम करने में आवश्यक सहयोग प्रदान करें। राजेन्द्र उप्रेती मुख्य कृषि अधिकारी बागेश्वर द्वारा बताया गया कि जल संरक्षण हेतु कृषि विभाग द्वारा जनपद बागेश्वर में विभिन्न स्थानों में फाॅर्म पौण्ड, चाल-खाल एवं खन्तियों का निर्माण किया जा रहा है तथा अधिक से अधिक वृक्षारोपण भी किया जा रहा है।
अधोहस्ताक्षरी अर्थात सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बागेश्वर द्वारा उपस्थित समस्त लोगों से अनुरोध किया गया कि हमें आगे आकर अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तथा अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा तभी जल का संरक्षण संभव हो पायेगा। सचिव द्वारा यह भी कहा गया कि प्रत्येक नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तथा सरकार द्वारा जल संरक्षण हेतु चलाई जा रही योजनाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा तथा अपने स्तर से हर सम्भव प्रयास करने होंगे तभी जल का संरक्षण किया जा सकेगा।
उक्त गोष्ठी में उपरोक्त अधिकारीगण के अतिरिक्त जिला उद्यान अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता, जल संस्थान, अधिशाषी अभियन्ता, पेयजल निगम, अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई खण्ड बागेश्वर/कपकोट, अधिशाषी अभियन्ता, लघु सिंचाई, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, बागेश्वर, खण्ड विकास अधिकारी, गरूड एवं अन्य हितधारक उपस्थित थे ।
